नगर पालिका परिषद सारनी द्वारा आयोजित किए जाने वाला मठारदेव मेल रहा विवादित

नगर पालिका परिषद सारनी द्वारा आयोजित किए जाने वाला मठारदेव मेल रहा विवादित

भाजपा के नेताओं के माध्यम से सांस्कृतिक कार्यक्रम और कवि सम्मेलन सुर्खियां बटोरी

सारनी।नगर पालिका परिषद सारनी के माध्यम से बाबा मठारदेव मेले का जो आयोजन किया जाता है। इस बार का आयोजन सांस्कृतिक कार्यक्रम कवि सम्मेलन सहित कई मामले को लेकर विवादित और सुर्खियों में बना रहा। संपूर्ण क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है कि कवि सम्मेलन संस्कृति कार्यक्रम और बिजली के खाबो पर एलईडी लाइट लगाने का काम नगर पालिका परिषद सारनी के माध्यम से भारतीय जनता पार्टी के दो नेताओं को दिया गया है।जिसको लेकर भाजपा के पार्षदों के माध्यम से विवाद की स्थिति निर्मित हो गई थी बताया जाता है कि नगर पालिका के भाजपा के पार्षदों को इस बार इन ठेकेदारों के माध्यम से सम्मान नहीं दिया गया जिसको लेकर 28 जनवरी के बाद भारतीय जनता पार्टी के पार्षदों के माध्यम से नगर पालिका परिषद सारनी के खिलाफ धरना प्रदर्शन किए जाने की चेतावनी दी गई थी।जिसको लेकर भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष एवं आमला और बैतूल के विधायक के द्वारा भाजपा के पार्षदों को समझाइए देने का काम किया गया है।

जबकि इस बार के परिषद में सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार चरम सीमा पर बना है।भारतीय जनता पार्टी के एक पार्षद के माध्यम से स्थानीय न्यूज़ चैनल में साक्षरता दिया गया था और उसमें भारतीय जनता पार्टी के दो नेताओं के खिलाफ जमकर आरोप लगाने का कार्य किया उन्होंने बताया था कि मठारदेव मेला के शुभारंभ के पहले परिषद की बैठक हुई थी और परिषद की बैठक में कवि सम्मेलन नहीं किए जाने का कहा गया था उसके बाद भी 6:50 लाख रुपए की लागत से कवि सम्मेलन करने का कार्य किया गया यह कार्य भी शर्त लगाकर भाजपा के नेताओं को खुश करने के लिए नगर पालिका परिषद सारनी के माध्यम से निकल गया था वहीं सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के पदाधिकारी के लिए नगर पालिका द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम का कार्य देकर उन्हें उत्कृष्ट करने का कार्य किया गया आश्चर्य की बात तो यह है की सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के नेता के माध्यम से कुछ लोगों की जानकारी सूचना के अधिकार के तहत मांग कर एवं मंगवाकर भारतीय जनता पार्टी के पार्षदों को दो भागों में बांटने का काम किया है।इस संपूर्ण कार्य और कार्य प्रणाली से स्थानीय भाजपा का संगठन और जिले के संगठन अपने आप को अन्य विज्ञ बता रहा है जो चर्चा का विषय बना हुआ है अब आश्चर्य की बात यह है कि भारतीय जनता पार्टी के पार्षद भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष मुख्य नगर पालिका अधिकारी की लाल फीता शाही भ्रष्टाचारी अनावश्यक खरीदी और अनावश्यक निर्माण कार्य को लेकर जब धरना प्रदर्शन पर जाने की चेतावनी और सोशल मीडिया पर पत्र लिखने का काम किया गया तो पार्षद को डरा धमकाकर बिठाने का काम संगठन और नेता के पदाधिकारी कर रहे हैं अब देखना है कि 82 करोड रुपए की नगर पालिका परिषद सारनी में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी के पार्षद मोर्चा खोल है या नहीं या भाजपा के पदाधिकारी की तरह ऑफलाइन या ऑनलाइन के साथ-साथ काम लेकर नगर पालिका में हो रहे भ्रष्टाचार के साथ मिलकर जुगलबंदी का काम करेंगे।

 

 

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