शिक्षा के साथ-साथ संस्कृति और समाज का उत्थान विद्यार्थियों की प्राथमिकता – मोहन नागर
सरस्वती विद्या मंदिर में हुआ बाल मेले का आयोजन
सारनी। बढ़ती आधुनिकता और पश्चिमी सभ्यता की वजह से सनातन धर्म और गुरुकुल की प्रथा संकट के दौर से गुजर रही है।ऐसे में सरस्वती विद्या मंदिर के माध्यम से पुरानी प्रथा को जीवित करने एवं सनातन धर्म के अनुरूप गुरुकुल की तरह पढ़ाई उपलब्ध करवाना वाकई मिल के पत्थर से काम नहीं है। यह उद्गार सरस्वती विद्या मंदिर सारनी में आयोजित बाल मेले के कार्यक्रम में बातोर मुख्य अतिथि जिले के जल पहरी मोहन नागर ने अपने उद्बोधन में व्यक्त किया है,उन्होंने कहा कि शिक्षा बहुत महत्वपूर्ण है लेकिन शिक्षा से ज्यादा अपनी संस्कृति महत्वपूर्ण है देखने में आता है कि पश्चिमी सभ्यता और सोशल मीडिया की वजह से विद्यार्थी अपनी शिक्षा संस्कृति और संस्कार का पतन कर रहा है।ऐसी स्थिति में सरस्वती विद्या मंदिर सारनी सहित अन्य सरस्वती शिशु विद्या मंदिर के माध्यम से सनातन संस्कृति और गुरुकुल की प्रथा को जीवित रखे हैं यह अपने आप में बड़ी उपलब्धि है।उन्होंने कहा कि सरस्वती विद्या मंदिर में बाल मेले का आयोजन किया गया और इस बाल मेले में एक से एक व्यंजन कल आकृति विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया वह तारीख से काबिल है इसके अलावा हस्तलिखित पत्रिका विमोचन का कार्य भी बोल में लेकर अवसर पर किया गया। सरस्वती विद्या मंदिर के बाल मेले कार्यक्रम के अध्यक्ष दिनेश प्रकाश मिश्रा ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि सनातन धर्म और गुरुकुल के अनुरूप शिक्षा ग्रहण करने से समाज में कभी विकर्ता नहीं आती संस्कृति खत्म नहीं होती विद्यार्थी आज पड़ेगा तो कल का सभ्य नागरिक और देश का वैज्ञानिक कलेक्टर इंजीनियर सहित महत्वपूर्ण पदों पर अपना भविष्य आजम सकता है बहादुर उसे शिक्षा के क्षेत्र में एकाग्रता के आधार पर अपना पूरा ध्यान एकत्रित किया जाना चाहिए तब जाकर ही उसे लक्ष्य की प्राप्ति हो पाएगी।वार्षिक उत्सव के तहत आनंद मेले का हुआ आयोजन। उद्बोधन के पूर्व विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान नई दिल्ली के अखिल भारतीय सह संगठन मंत्री रामअरावरकर,प्रसिद्ध पर्यावरण विद् जल प्रहरी मोहन नागर बैतूल,सुनील दीक्षित विभाग समन्वयक नर्मदा पुरम,श्याम सुंदर ओझा, दिनेश प्रकाश मिश्रा अध्यक्ष सतपुड़ा सरस्वती शिक्षा समिति बुद्ध पाल सिंह,अखिल भारतीय सहसंयोजक वनवासी शिक्षा के आथित्य में कार्यक्रम का श्री गणेश किया गया विद्यालय में सभागार का उद्घाटन किया जो की सारनी विद्यालय के प्रथम सचिव महेश कतरनी के नाम पर सभागार का नाम रख उद्घाटन किया गया।सरस्वती विद्या मंदिर सारणी के प्राचार्य चंद्रशेखर टैगोर ने बताया कि भवन का उद्घाटन किया विद्यार्थी के द्वारा हस्तलिखित पत्रिका का निर्माण किया गया जिसका विमोचन भी अधिकारियों के द्वारा किया गया स्कूल के विद्यार्थियों के द्वारा व्यंजन स्टॉल स्वरुचि भोज एवं विज्ञान प्रदर्शनी के मॉडलों का निर्माण किया गया। इस कार्यक्रम में 65 स्टॉल लगाए गए एवं 45 प्रदर्शनियों का प्रदर्शन किया गया तीन हस्तलिखित पत्रिका निर्माण की गई नगर से ब्रजमोहन सहगल,श्याम मदन,दशरथ दंगे,भोजराज परमार कार्यक्रम स्थल पर उपस्थित रहे। सरस्वती विद्या मंदिर में आयोजित बाल मिले में आए अतिथियों का आभार स्कूल के प्रचार के माध्यम से व्यक्त करने का कार्य किया है।