अनुशासन का दम भरने वाली जिला भाजपा संगठन आखिर सोशल मीडिया पर बार-बार क्यों हो रही है बदनाम

अनुशासन का दम भरने वाली जिला भाजपा संगठन आखिर सोशल मीडिया पर बार-बार क्यों हो रही है बदनाम

सट्टा जुआ और आईपीएल के मामले में स्थानीय नेताओं के साथ जिले के नेताओं का क्यों जोड़ा जा रहा ना

सारनी। अनुशासन नियम के लिए भारतीय जनता पार्टी सारनी मंडल एवं भाजपा जिला संगठन माना जाता है। लेकिन पिछले कुछ दिनों से सट्टा आईपीएल सहित कई मामले सोशल मीडिया पर जोर पकड़ रहे हैं और आईपीएल सट्टा जुआ खेलने जैसे घिनौने कार्यों में सत्ता पक्ष के नेताओं का नाम सीधे जुड़ रहा है उन पर कार्रवाई भी हो रही है और ऐसे में भाजपा जिला अध्यक्ष, विधायक,सांसद संगठन मंत्री सहित प्रदेश अध्यक्ष भाजपा के कई नेताओं की फोटो के साथ अनैतिक कार्य में संलग्न लोगो के साथ सोशल मीडिया पर जोड़ा जा रहा है। जिससे भारतीय जनता पार्टी का ग्राफ शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में गिरता जा रहा है। आखिर आईपीएल सट्टा जुआ से जुड़े (दिलवाने वालों को आखिर पद किसने दिया) सत्तापक्ष के नेताओं को पद किसने वितरण किया और ऐसे लोग भाजपा से जुड़कर सट्टा जुआ आईपीएल में माल बटोरने का काम कर रहे हैं और बदनामी सारनी मंडल के अलावा भाजपा जिला संगठन के साफ-सुथरे दामन पर कालिख पोती दिखाई दे रही है।जो संपूर्ण जिले के अलावा प्रदेश स्तर पर सुर्खियां बटोरते दिखाई दे रही अब 5 से 6 महीने के बाद विधानसभा चुनाव हैं और विधानसभा चुनाव के पहले सारनी मंडल युवा मोर्चा के पदाधिकारी सट्टा जुआ और आईपीएल में संलग्न पाए गए और इनके संलग्न पाए जाने के बाद एफआईआर हुई है और जिले के साथ-साथ प्रदेश के नेताओं की सोशल मीडिया पर फोटो वायरल हो कर इनकी जबरदस्त बदनामी हुई अब सवाल यह उठता है कि अखिल भारतीय जनता पार्टी ऐसे दागदार लोगों को पद मुहैया क्यों ? करा रही है।यह सबसे बड़ा जांच का विषय बना हुआ है। इसके अलावा आईपीएल सट्टा जुआ अवैध दारू में यदि कोई सत्ता पक्ष के नेता पकड़ जाता है तो संगठन के लोग सीधे तौर पर पुलिस पर दबाव बनाने का काम करते हैं इससे यह प्रतीत होता है कि सारनी से लेकर जिले तक जिले से प्रदेश तक के संगठन के पदाधिकारी इस तरह के कामों को संरक्षण देने में अपने आप को बेहतर समझ रहे हैं। जिससे भारतीय जनता पार्टी की बदनामी चुनाव के पहले होना विधानसभा में इनकी सीटों को कम करता दिखाई दे रहा है।

मुद्दे हिना कांग्रेस को भाजपा ही दे रही मुद्दा

भोपाल से प्रदेश तक वेब चैनल के माध्यम से सारनी के शॉपिंग सेंटर में कांग्रेस भाजपा और आम आदमी पार्टी के बीच डिबेट कराने का कार्य किया गया था इस डिबेट में भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारियों को अच्छी खासी बदनाम झेलनी पड़े क्योंकि इस डिबेट में आईपीएल सत्ता और रेता का मामला जुड़ा रहा हालांकि भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारियों के माध्यम से भी कांग्रेस के कार्यकाल में सट्टे जुआ सहित विभिन्न अनैतिक कार्यों को लेकर इस डिबेट में जमकर आवाज उठाने का काम किया गया था।ऐसे में विधानसभा के पहले यदि भारतीय जनता पार्टी जिला संगठन के माध्यम से इस तरह के दागदार और अवैध अनैतिक कार्यों में संलग्न पदाधिकारियों को बाहर का रास्ता नहीं दिखाया तो बैतूल जिले की पांचों विधानसभा सीट पर कमल के फूल का खिलना मुश्किल दिखाई दे रहा है। वर्ष 2018 में वैसे ही बैतूल और छिंदवाड़ा जिले को मिलाकर आमला विधानसभा क्षेत्र से 19 हजार 197 मत से भाजपा के विधायक निर्वाचित हुए और इस बार अवैध धंधों में सत्ता संगठन के पदाधिकारियों के मुंह पर कालिख पोतने का काम किया है, चुनाव में सत्ता पक्ष के लोगों को इसका भारी-भरकम खामियाजा उठाना पड़ सकता है। ऐसे में भाजपा के संगठन के लोगों को दागदार लोगों को बाहर का रास्ता दिखा देना चाहिए नहीं तो प्रदेश में भाजपा को सत्ता से बाहर का रास्ता देखने से कोई नहीं रोक पाएगा।

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