प्रशासन पर भारी है देवेंद्र बहादुर रिंकू और अरशद सरपंच को दी जान से मारने की धमकी

प्रशासन पर भारी है देवेंद्र बहादुर रिंकू और अरशद सरपंच को दी जान से मारने की धमकी

प्रभारी मंत्री से मुलाकात कर के सरपंच ने जान माल की सुरक्षा की मांग

सारनी।प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के माध्यम से पैसा एक्ट लागू करके आदिवासियों को संरक्षण और आगे बढ़ने का हर संभव प्रयास कर रहे हैं।लेकिन बैतूल जिले के शाहपुर ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले खापा पंचायत के मालवर की सरपंच महिला सहनवती कवड़े के माध्यम से बैतूल जिले के प्रभारी मंत्री इंद्रजीत परमार से मुलाकात करके अपने जानमाल की सुरक्षा की गुहार लगाई है।एक सप्ताह का लंबा समय बीत जाने के बाद भी आदिवासी महिलाओं को जिला प्रशासन के माध्यम से किसी भी तरह की कोई सुरक्षा व्यवस्था देने का काम नहीं किया गया है।जबकि खापा पंचायत की आदिवासी महिला सरपंच गांव के देवेंद्र परते,बहादुर परते और शाहपुर के रिंकू राठौर, अरशद कुरैशी के खिलाफ नामजद शिकायत और बोलने का कार्य कर रही है।उसके बाद भी जिला प्रशासन आखिर इन चारों से क्यों डर रहा है।बताया जाता है कि लंबे समय से अरशद कुरैशी,रिंकू राठौर टेमरू मालवरर से अवैध तरीके से कोयले का खनन करके आसपास के इट्टा भट्टे सहित इटारसी कोयला पहुंचाने का गोरखधंधा लंबे समय से संचालित कर रहे हैं ऐसा नहीं कि खनिज विभाग एवं जिला प्रशासन को इसकी जानकारी ना हो आखिर क्या वजह है कि शाहपुर के रिंकू राठौर अरसद कुरैशी को संरक्षण देने का काम जिला प्रशासन कर रहा है।जबकि इनके खिलाफ इतने अपराध पंजीबद्ध है इन पर जिला बदर की कार्रवाई की जा सकती है।

खापा की सरपंच सहनवती कवडे  ने 14 अप्रैल को पकड़वाए थे 17 ट्रक और ट्राले

बताया जा रहा है कि देवेंद्र परते,बहादुर परते यह खापा गांव का है इन के सहयोग से रिंकू राठौर,अरशद कुरैशी बेखौफ होकर टेमरू और मालवर से अवैध तरीके से रेता और कोयले का खनन करके परिवहन करने का कार्य कर रहे हैं और इनके ट्रक ट्राले ओवरलोड होने की वजह से पंचायत के अंतर्गत आने वाले और पुलिया सड़क क्षतिग्रस्त हो रहे हैं जिसकी वजह से खापा पंचायत की सरपंच के माध्यम से अवैध खनन परिवहन को रोकने की मांग की गई थी। इसकी शिकायत जिला प्रशासन से करने के बाद 14 अप्रैल को 17 ट्रक और ट्राले जप्त किए गए थे इनकी शिकायत के बाद 17 ट्रक और ट्राली पर शाहपुर एसडीएम के माध्यम से 77 लाख रुपए का जुर्माना तय किया गया है।यह चारों लोग आंध्रप्रदेश की पावर मेक कंपनी के इशारे पर आदिवासी महिला को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं यदि आदिवासी महिलाओं को सुरक्षा व्यवस्था नहीं मिली और आदिवासी सरपंच महिला के साथ कोई अप्रिय घटना होती है तो इसकी जवाबदारी किसकी होगी यह तय करना मुश्किल है।इसके अलावा 17 अप्रैल को प्रदेश के शिक्षा मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री इंदर सिंह परमार को आदिवासी जी-10 के नेताओं के माध्यम से भोपाल पहुंचकर शिकायत की गई थी लेकिन अभी तक इन चारों पर किसी भी तरह की कार्रवाई ना होना प्रशासन का रवैया आदिवासी सरपंच महिला को लेकर सकारात्मक दिखाई नहीं दे रहा है। अब देखना है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की कथनी और करनी के अनुरूप आदिवासियों को संरक्षण और न्याय मिल पाता है या नहीं।

इनका कहना है

अवैध रेता परिवहन खनन पर मेरे माध्यम से रोक लगवाने का कार्य किया गया जिससे गांव के देवेंद्र परतें,बहादुर परते,शाहपुर के रिंकू राठौर,अरशद कुरैशी के माध्यम से मुझे जान से मारने की धमकी मिल रही है। यदि मुझे कुछ होता है या मेरे परिवार की किसी सदस्य के साथ कोई अप्रिय घटना होती है तो इसकी जवाबदारी इन लोगों की मानी जानी चाहिए।शिकायत करने के बाद भी इन लोगों के खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

सहनवती पति भैयालाल कवड़े पंचायत खापा ग्राम मालवर

 

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