ब्लॉक अध्यक्ष को लेकर जद्दोजहद का दौर शुरू
पाली ब्लॉक अध्यक्ष पद पर 8 वर्षों से पदस्थ है भगवान जावरे
सारनी।आगामी 6 माह में विधानसभा चुनाव है और इस विधानसभा चुनाव में कांग्रेस किसी भी कीमत पर आमला विधानसभा में अपने प्रत्याशी को विजय दिलाने के लिए हर प्रयास कर रही है। बैतूल जिले के प्रभारी चंद्रिका प्रसाद द्विवेदी के समक्ष बैठक का आयोजन सारनी के मंडलम कार्यालय में रखा गया था लेकिन आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के आमला विधानसभा को लेकर क्या रणनीति होगी इसको लेकर कोई भी स्पष्ट भूमिका नहीं बता पाए लेकिन ब्लॉक अध्यक्ष भगवान जावरे को हटाने को लेकर इस बैठक में लगभग 90 प्रतिशत कार्यकर्ता और पदाधिकारियों ने उनके समक्ष ब्लॉक अध्यक्ष भगवान जावरे का विरोध प्रदर्शन करने का कार्य किया,जबकि बैतूल जिले के कांग्रेसी अध्यक्ष सुनील शर्मा सारनी के ब्लॉक अध्यक्ष भगवान जावरे के पक्ष में खुलकर डटे हुए हैं ऐसी स्थिति में ब्लॉक अध्यक्ष को लेकर घमासान निर्मित हो गई है।कई लोग किशोर चौहान को ब्लॉक अध्यक्ष बनाने पर तुले हुए हैं जबकि नगर पालिका के पार्षद महेंद्र भारती को एक धड़ा सारनी ब्लॉक अध्यक्ष बनाने की फिराक में जुटा हुआ है। जबकि सुखदेव पांसे समर्थक भूषण कांति जिन्हें जिला आईटी सेल के पद से हटा दिया गया है यह भी सारनी के ब्लॉक अध्यक्ष पद के लिए प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं। हालांकि कांग्रेस के जिला अध्यक्ष सुनील शर्मा उर्फ गुड्डू भैया का स्पष्ट कहना है कि पूरे बैतूल जिले में उनके समर्थक का सारनी ब्लॉक अध्यक्ष भगवान जावरे ही अध्यक्ष पद पर बने रहेंगे अब एक समुदाय विशेष के लोग उनका सबसे ज्यादा विरोध प्रदर्शन करते दिखाई दे रहे हैं।ऐसी स्थिति में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले उन्हें ब्लॉक अध्यक्ष पद से हटाया जाएगा या नहीं यह सबसे बड़ा सवाल बना हुआ है।
कई गुटों में बैटी है सारनी कांग्रेस
कांग्रेस के पदाधिकारियों के माध्यम से संपूर्ण नगर पालिका परिषद सारनी क्षेत्र में विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन कराया जाता है कांग्रेस अपने कार्यकर्ता पदाधिकारियों की संख्या का दम भी भर्ती है लेकिन पिछले 2 साल के रिकॉर्ड देखे जाए तो जितने भी कांग्रेस के माध्यम से कार्यक्रम विरोध प्रदर्शन किए गए हैं उन सभी कार्यक्रम और विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस के पदाधिकारियों का आंकड़ा 50 को पार नहीं कर पाया है।बैतूल जिले के प्रभारी चंद्रिका प्रसाद द्विवेदी आने की वजह से कांग्रेस के पदाधिकारी बड़ी संख्या में इस कार्यक्रम में उपस्थित थे कांग्रेस के कई पदाधिकारी भी कहते सुने गए हैं कि कई ऐसे कांग्रेस के पदाधिकारी जो विधानसभा और नगरी निकाय चुनाव के समय में कांग्रेस का खुलकर विरोध करते हैं ऐसे लोग भी प्रथम श्रेणी में बैठकर उपदेश देने का कार्य कर रहे थे अब कांग्रेस के पदाधिकारियों को निर्णय लेना है कि आगामी विधानसभा चुनाव में यदि विजय होना है तो कांग्रेस को किस मुंहमेंड और किस मार्गदर्शन पर काम करना है या नहीं यदि एक दूसरे को पटखनी देने का कार्य कांग्रेस के माध्यम से किया जाएगा तो इस बार भी कांग्रेस आमला विधानसभा सीट पर अपने प्रत्याशी को विजय श्री नहीं दिला सकती है।