55 जीप और 7 बस बैतूल ले जाने पर बना मामला राजनीतिक
छोटी कट काठी के कथित नेता के कूटनीति का शिकार हुए नपाध्यक्ष
सारनी।भारतीय जनता पार्टी मंडल सारनी संपूर्ण जिले में हर कार्यक्रम में अग्रिम योगदान करने का कार्य करता है।भारतीय जनता पार्टी के सारनी मंडल अध्यक्ष नागेंद्र निगम और उनकी टीम पूरे निष्ठा और ईमानदारी के साथ अपने कार्य के प्रति सजग रहते हैं।लेकिन 3 मार्च को प्रदेश के मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में नगर पालिका अध्यक्ष किशोर बरदे एवं छोटे कद काठी के तथाकथित नेता के माध्यम से 55 जीप और 7 बस भरकर जनसैलाब ले जाने का ढिंढोरा पीटना अब उनके गले की फांस बनता दिखाई दे रहा है।अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि जब नगर पालिका अध्यक्ष और उनके तथाकथित सलाहकार के माध्यम से ही जनसैलाब 55 जीप, 7 बस लेकर जाने का कार्य किया गया तो सारनी मंडल अध्यक्ष नागेंद्र निगम और उनकी टीम ने क्या किया इसको लेकर मंडल अध्यक्ष और नगर पालिका अध्यक्ष आमने-सामने होते दिखाई दे रहे हैं।हालांकि भारतीय जनता पार्टी सारनी मंडल के अध्यक्ष ने अपना दिल बड़ा करते हुए यह जरूर कहा कि दोनों लोगों के माध्यम से मिलजुल कर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यक्रम में क्षेत्र के लाडली बहनों आंगनवाड़ी आशा कार्यकर्ताओं को और सरकारी कर्मचारियों को लेकर जाने का कार्य किया गया था लेकिन शेयचंद की दिशा निर्देश पर काम करने की वजह से कांग्रेस को भारतीय जनता पार्टी पर वार करने का मौका मिल गया है।अब देखना है कि भारतीय जनता पार्टी अपने बचाव के मूड में आती है या नहीं हालांकि कांग्रेस ने घोषणा कर दी है कि 55 जीत और 7 बस भर के ले जाने वाले मामले में आंदोलन की रूपरेखा तैयार कर रहे हैं और वह इस मामले को लेकर आंदोलन भी करेंगे। भाजपा के ही पार्षद अब खुलकर कहने लगे हैं कि भाजपा के पार्षदों को एक साथ लेकर नहीं चल सकते वे इस तरह का मैनेजमेंट नहीं कर सकती।
मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में 55 जीप को 7 बसों का भारी-भरकम काफिले का खर्च किसने उठाया – भगवान जावरे
कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष भगवान जावरे ने लिखित आवेदन मुख्य नगरपालिका अधिकारी को देकर 3 अप्रैल को प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बैतूल के कार्यक्रम में सारनी नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष किशोर बरदे के माध्यम से पचपन जीप और 7 बसों का भारी-भरकम काफिला लेकर जाने का कार्य किया गया था।इसमें सरकारी कर्मचारियों का दल आंगनवाड़ी कार्यकर्ता आशा कार्यकर्ता उपस्थित थे इनके आने-जाने और खान पीन का खर्चा किसने उठाया इसे सार्वजनिक किए जाने की मांग उन के माध्यम से की गई है।कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष भगवान जावरे ने बताया कि नगर पालिका परिषद सारनी के वार्ड उजाड़ हो रहे हैं रोजगार ना होने के कारण यहां के युवा रोजगार की तलाश में पलायन कर रहे हैं ऐसी स्थिति में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के माध्यम से बेतूल पहुंचकर आधे अधूरे कार्यों का पूर्ण होने की घोषणा की गई है,उन्होंने पत्र के माध्यम से यह जानना चाहा है कि 3 मार्च को नगर पालिका अध्यक्ष के नेतृत्व में जो 55 जीप 7 बस लेकर गए थे उस पर भारी-भरकम राशि का जो खर्च हुआ है उस खर्च का स्त्रोत क्या था इस खर्च को सार्वजनिक किए जाने की मांग उन के माध्यम से की गई है। यदि नगरपालिका अध्यक्ष के माध्यम से इस खर्च के स्रोत और खर्च की राशि को सार्वजनिक नहीं किया गया तो इस मामले को उच्च स्तर पर उठाने और संपूर्ण नगर पालिका क्षेत्र सारनी में इसे जन आंदोलन बनाने की चेतावनी दी है।जिससे भारतीय जनता पार्टी में हड़कंप का माहौल बन गया है कुछ शेषचंद लोगों की वजह से नगरपालिका अध्यक्ष विवाद के घेरे में आकर खड़े हो गए हैं।
आशा भारती का कार्यकाल किशोर से बेहतर
निर्दलीय चुनाव लड़कर पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष आशा भारती के माध्यम से कांग्रेस का दामन थामने का कार्य किया गया था और भारतीय जनता पार्टी के 24 पार्षदों में सामंजस्य बनाकर 5 वर्ष का कार्यकाल पूरा करके सफलतापूर्वक निकल जाना तारीफ ए काबिल है।अब भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता वरिष्ठ पार्षद गण ही पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष आशा भारती की तारीफ करते दिखाई दे रहे हैं।अब सवाल यह उठता है कि आमला विधानसभा क्षेत्र के विधायक डॉ योगेश पंडाग्रे की पहली पसंद किशोर बरदे उन्हें विधानसभा चुनाव के पहले कई तरह के झटके देखकर विधानसभा चुनाव में कई तरह की परेशानी खड़ी कर सकते हैं।इसके अलावा भाजपा के कथित नेता के माध्यम से नगरी निकाय चुनाव जिला पंचायत चुनाव में जहां-जहां भी प्रभार सौंपा गया वहां वहां उन के माध्यम से भारतीय जनता पार्टी को नुकसान पहुंचाने का कार्य किया गया। ऐसे में नगर पालिका अध्यक्ष ऐसे दिशाहीन लोगों के इशारे पर कठपुतली की तरह यदि नाचेंगे तो निश्चित तौर से भारतीय जनता पार्टी के पार्षद बगावत का रास्ता खोजने को मजबूर हो जाएंगे अब देखना है कि जिला संगठन कथितनेता को बाहर का रास्ता दिखाते हैं या नहीं।