उत्तर वन परिक्षेत्र अधिकारी एवं एसडीओ के खिलाफ दर्ज हो अपराधी प्रकरण
बंदरों को पकड़ने के बजाय नगर पालिका की तरफ धकेल रहे पाला
सारनी।पिछले एक सप्ताह से विद्युत नगरी सारनी में लाल एवं काले मुंह के बंदरों के माध्यम से शहर में आतंक पहुंच कर महिलाओं को गंभीर रूप से घायल करने का कार्य कर रहे हैं।इसको लेकर सोमवार को कलेक्टर के माध्यम से स्पष्ट रूप से आदेश करने का कार्य किया गया है कि टालमटोल करने की बजाय वन विभाग के अधिकारियों के माध्यम से उत्पाद मचाने वाले बंदरों की धर पकड़ करनी चाहिए लेकिन वन विभाग के अधिकारी अपने आप को इस मामले से बचाते हुए नगर पालिका परिषद सारनी के तरफ पला धकेल बताया जा रहा है पिछले एक सप्ताह मे 10 से अधिक औरतों को गंभीर रूप से कटकर बंदरों के माध्यम से घायल कर दिया गया है कई लोगों के द्वारा वन विभाग के उत्तर वन परिक्षेत्र एवं एसडीओ को शिकायत देकर मुआवजे की मांग की गई है लेकिन वन विभाग मुआवजा देने और बंदरों को पकड़ने में अपने आप को असमर्थता जाहिर रहा है ऐसी स्थिति को देखते हुए उत्तर वन परिक्षेत्र के अधिकारी एवं वन विभाग सारनी के एसडीओ के खिलाफ आपराधिक प्रकरण बनाए जाने की मांग उठने लगी है जब बंदर शहरी क्षेत्र में पहुंचकर घरों में घुसकर महिलाओं को गंभीर रूप से घायल कर रहे हैं तो यह अपराध की श्रेणी में नहीं आता है तो फिर वन क्षेत्र के दूसरे वन प्राणी जिन्हें शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के लोग मार देते हैं या घटना का शिकार हो जाते हैं ऐसे में वन विभाग उन पर कार्रवाई क्यों करता है इस तरह की बातों को लेकर उत्तर वन परिक्षेत्र के अधिकारी और एसडीओ के खिलाफ सारनी में आक्रोश का माहौल बना हुआ है जल्द ही सामाजिक संस्था के लोग वन विभाग के अधिकारियों को पुतला दहन करने के अलावा रैली निकालने का कार्य भी करेंगे यह कार्य संभवत मतदान के बाद होने की संभावना व्यक्ति की जा रही है। कलेक्टर के माध्यम से वन विभाग के अधिकारियों को निर्देशित देने के बाद अब देखना है कि वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी बंदरों की धडपकड़ करते हैं करते हैं या नहीं।