आदिवासी पिता ने अपने 12 साल की बेटे के साथ रेलवे पटरी पर आकर की आत्महत्या
घटना शुक्रवार की घोड़ावाड़ी के पास की
सारनी। आदिवासी पिता ने अपने 12 साल के पुत्र के साथ रेलवे पटरी पर आकर आत्महत्या कर ली है,घटना की जानकारी रानीपुर पुलिस को लगता ही मौके पर पहुंचकर मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए घोड़ाडोगरी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए रवाना किया गया है। यह घटना शुक्रवार को 3 बजे के लगभग घोड़ाडोंगरी – धाराखोह रेलवे स्टेशन के बीच घोड़ावाड़ी के पास की बताई जा रही है घटना के बाद रानीपुर पुलिस में इस मामले में मर्ग कायम करके विवेचना शुरू करती है।बताया जाता है कि मृतक आदिवासी मेहकार गांव का निवासी था जिसका नाम सम्मू सलाम 45 वर्षीया बताया जा रहा है जो शुक्रवार को अपनी पत्नि सम्मी और 12 साल के दुर्गेश के साथ भोपाली मेला गया हुआ था। भोपाली मेला से वापस आने के बाद वह घर ना जाकर सीधे घोड़ावाड़ी गांव के पास रेल पटरी पर पहुंच गया। यहां उसने अपने 12 साल के बेटे दुर्गेश को अपने साथ रखकर रेल पटरी पर खड़ा हो गया इसी दौरान उसकी पत्नी ने बच्चों को उसके पिता से अलग करने का हर संभव प्रयत्न किया लेकिन उसे सफलता नहीं मिल पाई बल्कि मृतक पति के द्वारा उसकी पत्नी को ही रेलवे पटरी पर खींचने लगा जिसके कारण पत्नी वहां से अपने आप को छुड़ाकर भाग गई। इसी दौरान ट्रेन की चपेट में आने से पिता पुत्र की मौत हो गई। 45 वर्षीय आदिवासी सम्मू सलाम ने आखिर अपने पुत्र के साथ रेलवे ट्रैक पर आकर आत्महत्या क्यों की है इसका अभी तक खुलासा नहीं हो पाया है। इस आत्महत्या को लेकर गांव में तरह-तरह की चर्चा हो रही है।
इनका कहना है
भोपाली मेले से वापस आने के बाद सम्मू सलाम और उसका 12 वर्षीय पुत्र दुर्गेश रेलवे पटरी पर पहुंच गए जहां से ट्रेन के आ जाने के कारण दोनों उसकी चपेट में आ गए और दोनों कि ही मौके पर मौत हो गई है मृतक पिता के गले में गमछा था इस वजह से पुत्र को बांधे जाने की आशंका व्यक्त की जारी है इस मामले में मर्ग कायम करके विवेचना की जा रही है आत्महत्या के पीछे के करणो का अभी खुलासा या जानकारी उपलब्ध नहीं हो पाई है विवेचना के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा।
अवधेश नारायण तिवारी रानीपुर थाना प्रभारी