तीन नवंबर से चुनावी रण क्षेत्र में बैनर झंडे पोस्टर में बीजेपी आगे सोशल मीडिया में फ़ीसडी

तीन नवंबर से चुनावी रणक्षेत्र में बैनर झंडे पोस्टर में बीजेपी आगे सोशल मीडिया में फ़ीसडी

छोटू भैया नेता ले डूबेंगे भाजपा को स्थानीय स्तर पर जमकर विरोध

।। प्रमोद गुप्ता ।।
सारनी।नाम वापसी के बाद संपूर्ण विधानसभा क्षेत्र में चुनावी रण क्षेत्र का बिल्कुल बज चुका है। ऐसे में आमला विधानसभा भी चुनावी यज्ञ में हवन डालने को तैयार है लेकिन बैनर झंडा और पोस्टर लगाने में भारतीय जनता पार्टी संपूर्ण आमला विधानसभा में प्रथम स्थान पर चल रही है। लेकिन सोशल मीडिया पर भारतीय जनता पार्टी फिसड्डी साबित हो रही है यहां पर कांग्रेस के कार्यकर्ता भारतीय जनता पार्टी की कमियों को बताने में सफल हो रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी के पास स्थानीय स्तर पर अपनी उपलब्धि बताने के लिए कुछ महत्वपूर्ण नहीं है क्योंकि भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता शराब,सट्टा, जुआ,आईपीएल,अवैध ब्याज खोरी के काम में गले तक लिप्त है।आमला विधानसभा 2018 का जो चुनाव हुआ उसमें भारतीय जनता पार्टी को 9.09 प्रतिशत मतों का नुकसान हुआ ऐसे में 5 वर्ष की लंबे कार्यकाल में भारतीय जनता पार्टी के विधायक डॉक्टर योगेश पंडाग्रे के माध्यम से इस 9.09 प्रतिशत मतदाता जो भाजपा के कम हुए उसे पूरा करने में सफल नहीं हो पाए हैं जो भाजपा के लिए नुकसान का सौदा साबित होगा। यदि पिछले चुनाव का अंकगणित देखा जाए तो डॉक्टर योगेश पंडाग्रे को 73 हजार 481 मत मिले थे जिनका प्रतिशत 46 प्रतिशत था जबकि कांग्रेस के मनोज मालवे को 54 हजार 284 मत मिले थे इस हिसाब से इनका मत प्रतिशत 34 प्रतिशत रहा जो 2013 के चुनाव में 9.09प्रतिशत काम हुआ है और स्थानिक स्तर पर छोटू भैया नेताओं के माध्यम से भारतीय जनता पार्टी की छवि को धूमिल करने में किसी भी तरह की कोई कोरकसर नहीं छोड़ी गई।

भाजपा शासित नगर पालिका में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर

आमला विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत सारनी नगर पालिका में भाजपा का शासन है इस नगर पालिका में ऑफलाइन कार्य बांटने का काम भारतीय जनता पार्टी के नेता करते हैं एक लाख के अंदर की फाइल का वितरण करने में संबंधित ठेकेदार से 10 से 12 हजार की अवैध वसूली करते हैं आदर्श आचार संहिता लगने से पहले 180 फाइल का वितरण करने का काम भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के माध्यम से किया गया था अब जांच का विषय यह उठता है कि एक फाइल मे नेताओं के माध्यम से 10 से 12 हजार की अवैध वसूली करने का काम किया गया ऐसे में एक लाख 80 हजार रुपए की अवैध वसूली ठेकेदारों से की गई ठेकेदार भी भारतीय जनता पार्टी के इस रवैया से असंतुष्ट है जिसका खामियाजा इस विधानसभा चुनाव में भाजपा को झेलना पड़ेगा।

रेत की कालिक नहीं छूट पा रही है भाजपा प्रत्याशी के चेहरे से

आमला विधानसभा क्षेत्र के विधायक डॉ योगेश पंडाग्रे के माध्यम से रेत का कारोबार किया गया था और इस रेत के कारोबार में बैतूल जिले के आदिवासी समाज को सबसे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा था इसके अलावा आमला विधानसभा क्षेत्र में लगभग 48806 से ज्यादा आदिवासी समाज के मतदाता हैं और इन्हें रेता के परिवहन में सबसे ज्यादा प्रताड़ित करने का कार्य विधायक जी के कर्मचारियों के माध्यम से किया गया था। आदिवासी भी इस बार भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ मतदान करके भाजपा के अंकगणित को बिगड़ने का काम करें इसे भी दुखद पहलू यह है कि स्थानीय नेताओं को दरकिनार करके आमला विधायक के माध्यम से बैतूल के राजेश आहूजा,अतीक सोनी,तोई राठौड़ सहित अन्य लोगों को प्रबंध मैनेजमेंट का काम सौपा है और उनकी मैनेजमेंट से भारतीय जनता पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ता असंतुष्ट है।आमला विधानसभा क्षेत्र के प्रभारी का कम पी जे शर्मा संभालते हैं शर्मा की कार्य प्रणाली हमेशा विवादित रही है ऐसे में यदि कांग्रेस के नेता एकजुट हुए तो भारतीय जनता पार्टी को आमला विधानसभा क्षेत्र से यह सीट गंवानी पड़ सकती है। 5 वर्षों के कार्यकाल में भाजपा प्रत्याशी डॉक्टर योगेश पंडाग्रे का जमकर विरोध हुआ है विकास की गाथा के वह कागज में ही सीमटकर रहे है धरातल पर केवल अवैध उगाई भ्रष्टाचार और छूट भैया नेताओं का आतंक चरम सीमा पर देखने को मिला है।

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