मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में आखिर आमला विधायक के कद को कौन कर रहा था छोटा
फ्लेक्स कांड में किसकी रही महत्वपूर्ण भूमिका
सारनी। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का कार्यक्रम 24 अगस्त को बगडोना के हवाई पट्टी में संपन्न हुआ। मुख्य मार्ग शहर और कॉलोनी में आमला विधानसभा क्षेत्र के विधायक डॉ योगेश पंडाग्रे के फ्लेक्स को लगाकर शहर को सौगात देने के लिए दलगत छुट भैया नेताओं को प्रमोट किया गया था।लेकिन दलगत छूट भैया नेताओं के माध्यम से आमला विधानसभा क्षेत्र के विधायक डॉ योगेश पंडाग्रे को हाईलाइट करने के बजाय नगर पालिका परिषद सारनी के अध्यक्ष किशोर बरदे को हाईलाइट करने का कार्य किया गया,आखिर विधायक को रिमोट और नगर पालिका अध्यक्ष को प्रमोट करने के पीछे मास्टरमाइंड कौन है? यह विधायक के लिए परेशानी और नुकसान देने का मुख्य स्रोत माना जा रहा है। सूत्रों का कहना है कि नगर पालिका परिषद सारणी के माध्यम से विधायक डॉक्टर योगेश पंडाग्रे के और प्रदेश की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के माध्यम से पर्याप्त और लोकेशन स्थान पर फ्लेक्स लगाने के लिए कर्मचारी तैनात किए गए थे लेकिन भारतीय जनता पार्टी के फूल छाप कांग्रेसी नेता के माध्यम से डॉक्टर को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य और आगामी विधानसभा चुनाव में किशोर बरदे को विधानसभा की टिकट मिल सके इस उद्देश्य को देखते हुए मुख्यमंत्री के समक्ष संपूर्ण प्रस्तुति करने का प्रयत्न किया गया।लेकिन आमला विधायक डॉक्टर योगेश पंडाग्रे को जैसे ही यह चतुराई और धूर्त समझ में आई तो उन्होंने छूट भैया नेता को बुलाकर जमकर फटकार लगाई पर मान-सम्मान को दरकिनार करके यह छूट भैया नेता बेशर्म की तरफ फिर पार्टी को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से काम करता दिखाई दे रहा है। आश्चर्य की बात तो यह है कि नगर पालिका के माध्यम से प्रदेश की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के आगमन पर निविदा भी जारी करने का कार्य किया जा रहा था। लेकिन फूल छाप कांग्रेसी नेता के माध्यम से विज्ञापन देने के बजे फोन करके पत्रकारों को लिफाफा देने के लिए लेने के लिए प्रेरित करते दिखाई दिए कई पत्रकारों के पास इनकी वॉइस रिकॉर्ड उपलब्ध है ऐसी स्थिति में विधानसभा चुनाव के पहले डॉक्टर योगेश पंडाग्रे को यह तय करना होगा कि कौन से भारतीय जनता पार्टी के फूल छाप कांग्रेसी नेता है जो उनको आगामी विधानसभा चुनाव में खुलकर नुकसान पहुंचा सकते हैं। यदि उनके माध्यम से यह चुनाव नहीं कर पाए तो आगामी विधानसभा चुनाव में फूल छाप कांग्रेसी ही भारतीय जनता पार्टी का बंटाधार करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे बात खैर जो भी हो लेकिन फ्लेक्स कांड में डॉक्टर को 100 प्रतिशत निचा दिखाने का काम करने वाले के खिलाफ संगठन ने कार्रवाई भी करनी चाहिए अब देखना है कि विधानसभा चुनाव में इस नेता को महत्वपूर्ण पद दिया जाता है या नहीं। हालांकि नेता का रिकॉर्ड है कि जहां पर भी भारतीय जनता पार्टी ने इन्हें जीतने का कार्य सौपा है इन्होंने वहां पर गड्ढा ही करने का काम किया है चाहे पंचायत चुनाव हो चाहे नगरी निकाय चुनाव हो सब में भारतीय जनता पार्टी को मुंह की खानी पड़ी है अब देखना है कि विधानसभा चुनाव में या फूल छाप कांग्रेसी नेता क्या गुल खिलते हैं।