सारनी के वार्डों में दो दिनों से हिरण और उसका बच्चा कर रहा विचरण

सारनी के वार्डों में दो दिनों से हिरण और उसका बच्चा कर रहा विचरण

वन विभाग की टीम कर रही रेस्क्यू

प्रमोद गुप्ता

केंद्रीय विद्यालय के समीप के नाले में सुबह 6 बजे हिरण भागते हुए

सारनी। विद्युत नगरी सारनी में पिछले दो दिनों से संत कबीर दास और तिरुपति बालाजी वार्ड के विभिन्न स्थानों पर हिरण और हिरण के बच्चों को देखने का काम किया है। नगर पालिका परिषद सारनी के सफाई कर्मियों के माध्यम से पिछले दो दिनों से हिरण और उसके बच्चे को देखा गया है बुधवार को सुबह 6 बजे केंद्रीय विद्यालय सारनी के समीप के नाले में यह हिरण भागता हुआ तिरुपति बालाजी वार्ड के विभिन्न खंडहरों में देखा गया है। प्रत्यक्ष दर्शियों का कहना है कि हिरण अपने बच्चों की तलाश में यहां वहां भटक रहा है। जिसकी वजह से आवारा कुत्तों के द्वारा इस हिरण के पीछे के भाग में काटकर गंभीर रूप से घायल करना देखा गया है।तिरुपति बालाजी वार्ड में निवास करने वाले नवीन सोनी ने बताया कि इसकी सूचना वन विभाग के उत्तर परीक्षेत्र अधिकारी को दी गई है वन विभाग की टीम के माध्यम से इसकी खोज करने में जुटे हुए जबकि वन विभाग के माध्यम से हिरण के बच्चों को अपनी सूरत में कर लिया गया है हिरण के बच्चे की मां की तलाश की जा रही है इसको लेकर दो तीन स्थानों पर रेस्क्यू टीम भेजी गई है देर शाम तक इस हिरण को अपने कस्टडी में लेकर उसका उपचार कराकर उसे जंगल में छोड़ने का काम किया जाएगा।

बाध तेंदुआ चीता और अब हिरन

विद्युत नगरी सारनी और आसपास के क्षेत्र का वातावरण इतना मनमोहक है कि व्यक्ति के अलावा जानवरों को भी यह क्षेत्र बहाने लगा है लगातार दो वर्षों तक विद्युत नगरी सारनी और आसपास के क्षेत्र में बाध का मूवमेंट देखा गया है इसके अलावा चिता तेंदुआ और आब हिरण का विद्युत नगरी सारनी में पदार्पण करना और कई वार्डों में विचरण करना यह बताता है कि विद्युत नगरी सारनी और आसपास की जंगलों में जंगली जानवरों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है और पानी भोजन की तलाश में यह जानवर शहरी क्षेत्र में आ जा रहे हैं ऐसी स्थिति में वन विभाग के आला अधिकारी बीट प्रभारियों को अलर्ट रहने की जरूरत है वन विभाग के बीड प्रभारी की लापरवाही की वजह से ही जानवर शहरी क्षेत्र में आ रहे हैं यदि यह सक्रिय रहे तो इस तरह की स्थिति निर्मित नहीं हो पाएगी।

इनका कहना है

हिरण और उसका बच्चा दो दिनों से संत कबीरदास और तिरुपति बालाजी वार्ड में भ्रमण कर रहे हैं बच्चे को रेस्क्यू करके अपनी कस्टडी में ले लिया गया है जबकि मादा हिरण को खोज कर जंगल में पहुंचाने के लिए टीम भेजा गया है। मां बेटे के संपर्क में आते ही इन्हें जंगल पहुंचाने का काम किया जाएगा।

शोमेन्दु नायक उत्तर वन परीक्षेत्र अधिकारी सारनी

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