घोड़ाडोंगरी विधानसभा के आदिवासी नेताओं के बारे में कुछ जिम्मेदार नेता कर रहे अनर्गल टिप्पणी – नरेंद्र उईक
नाले की जमीन पर अतिक्रमण कर बैंक बनाकर महीने का हजारों का किराया ले रहे
सारनी।घोड़ाडोंगरी विधानसभा के आदिवासी नेताओं के माध्यम से जी दस कार्यक्रम चलाया जा रहा है जिसको लेकर कुछ दलाल लुमा ब्याज खोर नेताओं के पेट में ऐठन होने लगी है जिसको लेकर आदिवासियों के खिलाफ में आपत्तिजनक टिप्पणी कर रहे हैं जिसको लेकर कान्हावाडी के सरपंच नरेंद्र उईके के माध्यम से इन ब्याज खोर जमीनों को हड़पने वाले नेताओं के खिलाफ ने मोर्चा खोल दिया है अब देखना है कि भारतीय जनता पार्टी के नाम पर अवैध तरीके से अपनी दुकानदारी चलाने वाले यह दलाल लुमा ब्याजखोर नेताओं के पक्ष में भाजपा के कई दिग्गज नेता सामने आते हैं या नहीं लेकिन नरेंद्र उईके के माध्यम से इनके खिलाफ इस तरह मोर्चा खोला इन के लिए अच्छे संकेत दिखाई नहीं दे रहे हैं।घोड़ाडोंगरी के कुछ भाजपा के ठेकेदार फर्जी नेता भयावाड़ी में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में घोड़ाडोंगरी विधानसभा के आदिवासी नेताओं जी-10 के बारे में डींग हाँकते हुए अनर्गल टिप्पणी कर रहे थे। इसके पहले भी चोपना क्षेत्र में ये लोग अनर्गल टिप्पणी करते पाए गए है।जी दस में सभी जिम्मेदार आदिवासी नेता है जो अपने अपने क्षेत्र में प्रभाव रखतें है। सभी जनसंघी परिवार से है कोई सरपंच है किसी के परिवार से सरपंच जनपद मंडी सदस्य विधायक मंत्री रहे कोई संघ का तृतीय वर्ष शिक्षित पूर्णकालिक कार्यकर्ता है कोई मण्डल अध्यक्ष है इस श्रेणी के आदिवासी नेता जो पढ़े लिखे है शिक्षित है मुद्दे की बात स्प्ष्ट रखते है ये लोग अपनी मातृतुल्य पार्टी से टिकिट माँग रहे है तो क्या कोई पाप कर रहे और सीना ठोक के कह रहे कि हम सब भाजपा के लिए समर्पित थे है और रहेंगे। लेकिन कुछ पंचायत में ठेकेदार जो अपनी जेब का विधायक बनाना चाहते उन्हें बुरा लग रहा तो अनर्गल टिप्पणी कर रहे नरेंद्र हुई कि नहीं चेतावनी भरे शब्द में कहा कि में खुले मंच से चेतावनी देता हूं की ऐसे नेता जो क्षेत्र में ब्याजखोरी का अवैध धंधा कर सैकड़ो एकड़ जमीन अपने नाम करा रखे है और पँचायत में सीधे साधे आदिवासी सरपँच को डराकर पंचायत में अवैध ठेकेदारी कर रहे है और अभी टेमरु दूल्हारा में ये औऱ इनके बड़े भाई रिश्तेदार कांग्रेस के दो पंक्चर पुत्रों के साथ मिलकर कोयला चोर रहे है नाले की जमीन पर अतिक्रमण कर बैंक बनाकर महीने का हजारों का किराया ले रहे है ऐसे नेता सावधान हो जाएं आदिवासी को कमजोर मत समझो जो तुमने आदिवासियों को मूर्ख बना कर करोड़ों की संपत्ति अर्जित कर ली अगर आदिवासी अपनी वाली पर आ गया तो सामने खड़े होकर हर मामले की जांच कराएंगे तुम्हारे काले कारनामे इतने है कि मुंह नही दिखा पाओगे कोई हाथ लगाने नही आएगा खुले मंच से चेतावनी है कि आदिवासी नेताओं के बारे में अनर्गल टिप्पणी आज के बाद की तो परिणाम अच्छा नही होगा।