नये मंदिर के निर्माण करने के बजाय पुराने मंदिरों का जीर्णोद्धार और जीवित करने की प्रक्रिया की जानी चाहिए – पंडित संतोष शर्मा

नये मंदिर के निर्माण करने के बजाय पुराने मंदिरों का जीर्णोद्धार और जीवित करने की प्रक्रिया की जानी चाहिए – पंडित संतोष शर्मा

श्रीराम सीताराम नाम जब बैंक की स्थापना को लेकर हुई बैठक

सारनी।सनातन धर्म के लोगों के माध्यम से शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में नए मंदिर के निर्माण करने के बजाय पुराने मंदिरों के जीर्णोद्धार कर उसे जीवित किया जाना चाहिए जिससे सनातन धर्म के लोगों में धर्म के प्रति जागरुकता आएगी,यह बात क्षेत्र के व्याख्यात पंडित संतोष शर्मा ने बैकुंठ धाम आश्रम में श्रीराम सीता राम नाम बैंक की स्थापना के अवसर पर व्यक्त करते हुए कहा है।उन्होंने कहा है कि पश्चिमी सभ्यता युवाओं पर हावी होते जा रही है युवाएं एकाग्र और समाज से कटते जा रहे हैं जिसकी वजह से युवाओं में मानसिक रोग बढ़ रहा है युवाओं की सहनशक्ति काम हो रही है।युवाएं फांसी लगाकर आत्महत्या करने की ओर ज्यादा अग्रसर हो रहे हैं ऐसे में शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के वह लोग जहां पर मंदिर पहले से निर्माण है लेकिन वहां पर पूजा पाठ का अभाव बना हुआ है ऐसे मंदिरों को चिन्हित करके उसका जीर्णोद्धार करने के बाद वहां जीवित किया जाना चाहिए ताकि शहरी और ग्रामीण क्षेत्र की युवा सनातन धर्म के इस परंपरा से जुड़ सके। साथ ही उन्होंने अभी कहा कि जिस तरह समज में सनातन धर्म के लोग अपने बुजुर्ग माता-पिता की सेवा करते हैं ठीक उसी तरह शहरी और ग्रामीण क्षेत्र की गाय जो  बुजुर्ग हो जाती है

उसे  कसाई के घर भेजने का कार्य करते हैं उसे बंद करना चाहिए जिस तरह का व्यवहार आप पशुओं के साथ करते हैं इस तरह का व्यवहार आप अपने बुजुर्ग माता-पिता के साथ क्यों नहीं कर सकता ऐसी स्थिति को देखते हुए गौव वध पर प्रतिबंध लगा और युवाओं को धर्म के प्रति जागरूक करना यह श्री कल्यानेश्वर शिव दरबार समिति के लोगों का मूल उद्देश्य है।बैकुंठ धाम आश्रम के महत संगीतदास ने कहा कि समाज के बुजुर्ग लोगों को एकत्रित करके श्रीराम सीताराम लेखन का कार्य किया जाना चाहिए और इस लेखन को अयोध्या पहुंच कर मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के दरबार में रखा जाना चाहिए जो आने वाली पिडिओ के लिए एक मिसाल बनेगा।इस अवसर पर मनीष सलूजा ने कहा कि सीताराम जप्प और मंगलवार शनिवार को हनुमान मंदिर में अखंड सुंदर पाठ का कार्य किया जाना चाहिए जिससे सनातन धर्म और युवाओं में जागृति उत्पन्न होगी कार्यक्रम स्थल पर बैकुंठ धाम आश्रम के महंत संगीत दास को साल सिर्फ फल देकर सम्मानित करने का कार्य भी श्री कल्यानेश्वर शिव दरबार समिति के पदाधिकारी के माध्यम से किया गया।बैठक में मुख्य रूप से बैकुंठ धाम आश्रम के महंत संगीतदास,सुनील साहू,भगवान दास, पंडित संतोष शर्मा,मनीष सलूजा,लल्लन यादव,दिव्यदीप सिंह,निखिल मालवीय,सौरभ कुमार,सागर साहू सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

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