शिक्षक का सफर बाबा मठारदेव की नगरी से शुरू हुआ सारनी में ही हुआ समाप्त

शिक्षक का सफर बाबा मठारदेव की नगरी से शुरू हुआ सारनी में ही हुआ समाप्त

39 वर्षों तक शिक्षा के क्षेत्र में अपनी सेवा देने का काम किया है बर्डे जी ने

सारनी।शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सारनी में विगत 11 वर्षों से कार्यरत प्राचार्य अवधेश कुमार बरडे 29 फरवरी को सेवानिवृत हुए। लगभग 39 वर्षों के सेवाकाल को पूर्ण करने के बाद सेवानिवृत्त हुए प्राचार्य अवधेश कुमार बरडे को कन्या शाला सारनी के संकुल परिवार और जन शिक्षा केंद्र सारनी के शिक्षकों ने गरिमा में तरीके से विदाई दी। यह संयोग ही है की सन 1983 में केंद्रीय विद्यालय सारनी से ही इनका अध्यापन कार्य शुरू हुआ और सारनी में ही शासकीय कन्या उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्राचार्य पद से 29 फरवरी को सेवानिवृत हुए। अपने पूरे सेवा काल में पाढर,कोदा रोटी और बैतूल में इन्होंने अपनी सेवाएं दी। उनकी प्रशासनिक कुशलता को देखते हुए इन्होंने डीपीसी और सहायक संचालक जैसे पदों पर भी इन्होंने अपनी सेवाएं दी। इनका मिलनसार और हंसमुख स्वभाव पूरे शाला परिवार के लिए प्रेरणादाई था।सेवानिवृत्ति सम्मान समारोह कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि नगर पालिका अध्यक्ष किशोर बरदे,पार्षद भीम बहादुर थापा,पूर्व प्राचार्य आर एस मालवीय,अनिल कुमार दुबे और जनजाति कार्य विभाग के समस्त प्राचार्य गण, गणमान्य नागरिक,शाला परिवार छात्राएं और जन शिक्षा केंद्र के समस्त शिक्षक शिक्षिकाएं उपस्थित थे। छात्राओं ने अपने उद्बबोधन में भावुक होकर अपने विचार व्यक्त किये ।शिक्षक शिक्षिकाओं ने गीतों,और कविताओं के माध्यम से अपने भाव व्यक्त किये ।इस अवसर पर अवधेश कुमार बरडे सपरिवार अपनी माता जी के साथ उपस्थित थे। नन्ही मुन्नी छात्राओं द्वारा स्वनिर्मित ग्रीटिंग कार्ड उपहार स्वरूप भेंट किए गए।कक्षा ग्यारहवीं की छात्रा खुशी लोखंडे द्वारा अपने हाथ से बनाया हुआ रेखाचित्र सर को भेंट किया गया। जिसकी सब ने प्रशंसा की।अभिनंदन पत्र का वाचन शिक्षक कुवर प्रताप वर्मा ने किया।संस्था की शिक्षिकाओं ने कभी अलविदा ना कहना गीत गाकर माहौल को गमगीन बना दिया।कार्यक्रम का संचालन शंकर भंडारे ने किया और आभार प्रदर्शन रमेश कुमार पाटिल ने किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में शिक्षा विभाग के कर्मचारी अधिकारी और अभिभावक उपस्थित रहे।

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