जनपद अध्यक्ष में इतना भ्रष्टाचार विधायक बनने पर क्या होगा हाल

जनपद अध्यक्ष में इतना भ्रष्टाचार विधायक बनने पर क्या होगा हाल

नियम के विपरीत 63 लख रुपए के काम अपने तीन चाहते को बांटने का मामला

सारनी।जनपद पंचायत घोड़ाडोगरी में हुए 63 लाख के भ्रष्टाचार के मामले में कांग्रेस प्रत्याशी को खासी जद्दोजहद करनी पड़ रही है।चुनाव में जन चर्चा का बाजार गर्म है कि जनपद अध्यक्ष रहते इस कदर का भ्रष्टाचार किया गया तो यदि यह विधायक बने तो भ्रष्टाचार की परिकृष्टा को पार कर दिया जाएगा।घोड़ाडोगरी जनपद पंचायत के अध्यक्ष राहुल उईके एवं जनपद उपाध्यक्ष ज्ञान सिंह परते, मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुरेश इंदौरकर के खिलाफ नियम के विरुद्ध जाकर 63 लख रुपए का निर्माण कार्य अपने चाहतों के माध्यम से करवाई जाने का मामला शांत होता दिखाई नहीं दे रहा है।विधानसभा चुनाव में मामला तूल पकड़ने लगा है कि जुवाडी पंचायत में 15 लाख,चिखलीमाल, चिखली आमढाना, सालीढाना और सातलदेही पंचायत में 12-12 लख रुपए की राशि के स्टाफ डेम पुलिया आदि कार्य बिना फाइल तैयार किया अपने चेहरे के बीच बांटा गया है।जनपद अध्यक्ष के पद पर रहते हुए यदि इस तरह का भ्रष्टाचार किया जाएगा तो विधायक जैसे महत्वपूर्ण पद पर बैठकर अधिकारियों को साथ में लेकर आसंवैधानिक रूप से जनपद निधि में जो भ्रष्टाचार और बंदर बाट लगाया गया है। इस तरह का माहौल विधानसभा में भी खड़ा किया जा सकता है ऐसी स्थिति को लेकर क्षेत्र के जागरूक लोगों के माध्यम से न्यायालय में पिटीशन भी दायर करने की तैयारी की जा रही है जो राहुल के लिए परेशानी का कारण उत्पन्न कर सकती है।

 

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